ऋषि पराशर कौन थे? | जीवन, शिक्षाएं और इतिहास
ऋषि पराशर प्राचीन भारत के महानतम ऋषियों में से एक माने जाते हैं। वे महर्षि वशिष्ठ के पौत्र और शक्ति ऋषि के पुत्र थे। पराशर जी वेदों और पुराणों के महान ज्ञाता थे, और उन्हें “ज्योतिष शास्त्र” का जनक भी कहा जाता है।
उन्होंने प्रसिद्ध ग्रंथ “बृहत् पराशर होरा शास्त्र” की रचना की, जो आज भी वैदिक ज्योतिष का आधार मानी जाती है। उनकी माता को असुरों ने मार दिया था और पिता की असमय मृत्यु के कारण वे बाल्यकाल में ही अत्यंत तेजस्वी और तपस्वी बन गए।
ऋषि पराशर की एक प्रसिद्ध कथा में कहा गया है कि उन्होंने एक समय अत्यंत क्रोध में आकर समस्त राक्षसों का संहार करना चाहा, लेकिन बाद में शांत होकर क्षमा का मार्ग चुना।
उनकी सबसे प्रसिद्ध संतान महर्षि वेदव्यास हैं, जिन्होंने महाभारत और अनेक पुराणों की रचना की। इस प्रकार ऋषि पराशर का योगदान भारतीय संस्कृति, ज्ञान और धर्मशास्त्रों में अमूल्य है।