Welcome: Full Movie Recap, Iconic Quotes & Hidden Facts

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Written By moviesphilosophy

Director

The movie “Welcome” was directed by the renowned filmmaker Anees Bazmee, known for his expertise in crafting comedy films that appeal to a wide audience.

Cast

“Welcome” features an ensemble cast that includes some of Bollywood’s finest actors. The film stars Akshay Kumar as the charming and witty Rajiv Saini, Katrina Kaif as the elegant and graceful Sanjana, Anil Kapoor in the role of the quirky and lovable gangster Majnu Bhai, and Nana Patekar as the formidable and comedic Uday Shetty. The supporting cast is equally impressive, featuring Paresh Rawal, Mallika Sherawat, and Feroz Khan in pivotal roles.

Release Date

“Welcome” was released on December 21, 2007. It quickly became a favorite among audiences, thanks to its unique blend of humor, action, and romance.

Plot Overview

The film revolves around the chaos that ensues when a man unknowingly falls in love with a gangster’s sister, leading to a series of comedic and action-packed events as he tries to win her family’s approval while dodging the hilarious antics of her gangster brothers.

Music

The soundtrack of “Welcome” was composed by the talented duo Sajid-Wajid, with hit songs that added to the film’s appeal. The music played a significant role in the movie’s success, with tracks like “Hoth Rasiley” becoming chartbusters.

Box Office Performance

“Welcome” was a commercial success, grossing significant box office numbers and becoming one of the highest-grossing Bollywood films of the year. Its success further established Anees Bazmee as a master of the comedy genre.

Legacy

The film’s enduring popularity has made it a staple in Bollywood comedy, often cited for its memorable dialogues and iconic performances. It even inspired a sequel, “Welcome Back,” released in 2015.

🎙️🎬Full Movie Recap

मूवीज़ फिलॉसफी में आपका स्वागत है!

नमस्ते दोस्तों, मूवीज़ फिलॉसफी पॉडकास्ट में आपका हार्दिक स्वागत है, जहाँ हम भारतीय सिनेमा की गहराई में उतरते हैं और फिल्मों की कहानियाँ, किरदार, और भावनाओं को आपके साथ साझा करते हैं। आज हम बात करेंगे एक ऐसी फिल्म की जो हँसी, ड्रामा, और एक्शन का परफेक्ट मिश्रण है – **वेलकम**। यह 2007 में रिलीज़ हुई एक बॉलीवुड कॉमेडी फिल्म है, जिसे अनीस बज़्मी ने डायरेक्ट किया है। इस फिल्म में अक्षय कुमार, नाना पाटेकर, अनिल कपूर, कटरीना कैफ, और परेश रावल जैसे शानदार कलाकारों ने अपनी अदाकारी से हमें हँसने पर मजबूर कर दिया। तो चलिए, बिना देर किए, इस फिल्म की कहानी में गोता लगाते हैं और इसके मज़ेदार किरदारों और ट्विस्ट्स को एक बार फिर से जीते हैं।

परिचय: एक कॉमेडी का तूफान

वेलकम** एक ऐसी कहानी है जो अपराध, प्यार, और पारिवारिक मूल्यों को एक हास्यप्रद अंदाज़ में पेश करती है। यह फिल्म हमें दिखाती है कि कैसे दो अलग-अलग दुनिया के लोग – एक तरफ अपराध की दुनिया के सरगना और दूसरी तरफ एक शरीफ परिवार – एक-दूसरे से टकराते हैं और फिर हँसी-मज़ाक के बीच रिश्तों की नई परिभाषा गढ़ते हैं। फिल्म के केंद्र में है राजीव (अक्षय कुमार) और संजना (कटरीना कैफ) की प्रेम कहानी, जो अपराध और नैतिकता के बीच फँसी हुई है। इसके साथ ही उदय शेट्टी (नाना पाटेकर) और मजनू भाई (अनिल कपूर) जैसे किरदार इस कहानी को और भी रंगीन बनाते हैं। तो आइए, इस कहानी को शुरू से समझते हैं।

कहानी: दो दुनिया, एक टक्कर

फिल्म की शुरुआत होती है डॉ. दयाल घुंघरू (परेश रावल) के घर से, जो एक शरीफ और सभ्य इंसान हैं। उनके साथ रहते हैं उनकी पत्नी और उनका भतीजा राजीव, जिसे वे अपने बेटे की तरह मानते हैं। राजीव एक नीलामी करने वाला है, और घुंघरू जी उसकी शादी करवाना चाहते हैं। लेकिन उनकी एक शर्त है – लड़की का परिवार बिल्कुल साफ-सुथरा होना चाहिए, जिसमें कोई आपराधिक इतिहास न हो। घुंघरू जी का यह डर उनके अतीत से जुड़ा है, क्योंकि राजीव की माँ को उनके अपराधी पिता ने बहुत सताया था। मरने से पहले उसने घुंघरू जी से वादा लिया था कि वे राजीव को अपराध की दुनिया से दूर रखेंगे।

दूसरी तरफ, हमारी कहानी में एंट्री होती है उदय शेट्टी की, जो एक बड़ा गैंगस्टर है। उदय अपनी सौतेली बहन संजना की शादी करवाना चाहता है, लेकिन उसका आपराधिक बैकग्राउंड हर बार रिश्ता टूटने का कारण बनता है। उदय के साथ है उसका सबसे करीबी दोस्त और भाई जैसा मजनू भाई, जो हर मुश्किल में उदय का साथ देता है। एक दिन, संजना और राजीव की मुलाकात होती है, और पहली नज़र में ही दोनों एक-दूसरे के लिए दिल हार बैठते हैं। राजीव को संजना की सादगी पसंद आती है, और संजना को राजीव की ईमानदारी। लेकिन जब घुंघरू जी को पता चलता है कि संजना एक गैंगस्टर की बहन है, तो वे साफ मना कर देते हैं।

यहाँ से शुरू होता है असली ड्रामा। उदय और मजनू भाई हर हाल में यह शादी करवाना चाहते हैं। उदय का एक डायलॉग तो हमें उनकी मज़बूरी और मज़ाकिया अंदाज़ दोनों दिखाता है, “हम तो डूबे हैं सनम, तुमको भी ले डूबेंगे!” यह डायलॉग उनकी जिद और हास्य का मिश्रण है। घुंघरू जी अपने परिवार को लेकर साउथ अफ्रीका भाग जाते हैं, लेकिन वहाँ भी संजना और उदय उनका पीछा कर लेते हैं। संजना और राजीव फिर से मिलते हैं, और उनका प्यार परवान चढ़ता है।

ट्विस्ट्स और टर्न्स: हँसी का डोज़

उदय और मजनू भाई घुंघरू जी को मनाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपनाते हैं। वे अपने बॉस, अंडरवर्ल्ड डॉन रणवीर धनराज ज़ाका उर्फ RDX को भी बुला लेते हैं ताकि शादी में रौनक बढ़े। लेकिन घुंघरू जी हार नहीं मानते। वे अपनी भाभी इशिका को बुलाते हैं, जो राजीव की बचपन की मंगेतर बनकर आती है और सगाई तोड़ देती है। यहाँ एक और मज़ेदार डायलॉग सुनिए, जो मजनू भाई का है, “बड़ा मज़ा आ रहा है, पर समझ नहीं आ रहा कि हँसूँ या रोऊँ!” यह डायलॉग उनकी कन्फ्यूज़न और हास्य को बखूबी दर्शाता है।

घुंघरू जी उदय और मजनू को शर्त रखते हैं कि अगर वे अपराध की दुनिया छोड़ दें, तो वे शादी के लिए हाँ कर देंगे। राजीव और संजना मिलकर उदय को एक्टिंग और मजनू को पेंटिंग की ओर मोड़ते हैं। साथ ही, इशिका को दोनों भाइयों के साथ प्यार का नाटक करने के लिए कहा जाता है ताकि वे अपराध से दूर रहें। सब कुछ ठीक चल रहा होता है, लेकिन तभी RDX का बेटा लकी राजीव पर हमला करता है। गुस्से में संजना लकी को गोली मार देती है, और वह बेहोश हो जाता है। सभी को लगता है कि लकी मर गया है, और RDX को भी यही बताया जाता है। लेकिन लकी ज़िंदा है, और अंत में सच्चाई सामने आती है।

चरमोत्कर्ष: हँसी और खतरे का मेल

कहानी का चरमोत्कर्ष तब आता है जब RDX सभी को एक पहाड़ी के पास बनी झोपड़ी में बंधक बना लेता है। वह एक खतरनाक खेल शुरू करता है – पास द पार्सल, जिसमें हारने वाले को चट्टान से कूदना होगा। यह सीन जितना डरावना है, उतना ही हास्यप्रद भी। मजनू भाई का एक डायलॉग यहाँ बिल्कुल फिट बैठता है, “ये जिंदगी भी ना, एक बार हँसाती है, एक बार रुलाती है!” आखिरकार, झोपड़ी गिरने के कगार पर पहुँचती है, और सभी की जान खतरे में पड़ती है। बीच में मधुमक्खियों का हमला, लकी को बचाने की कोशिश, और संजना का सच सामने आना – सब कुछ एक साथ होता है। संजना सबको बताती है कि उसने ही लकी को गोली मारी थी, लेकिन राजीव ने उसका दोष अपने ऊपर ले लिया था।

आखिर में, राजीव लकी को बचाता है, लेकिन ऐसा लगता है कि वह खुद चट्टान से गिर गया। सभी को लगता है कि राजीव मर गया, लेकिन वह बच जाता है। RDX और लकी राजीव के इस बलिदान से प्रभावित होते हैं और उसे कुछ भी माँगने को कहते हैं। राजीव उनसे अपराध छोड़ने की माँग करता है, और वे मान जाते हैं। यहाँ राजीव का एक डायलॉग दिल को छू जाता है, “जिंदगी में सही रास्ता चुनना मुश्किल होता है, लेकिन यही हमें इंसान बनाता है।”

निष्कर्ष: हँसी और प्यार की जीत

वेलकम** एक ऐसी फिल्म है जो हमें हँसाती भी है और रिश्तों की अहमियत भी सिखाती है। यह दिखाती है कि प्यार और सही मूल्य किसी भी बुराई को हरा सकते हैं। उदय और मजनू का किरदार हमें हँसाता है, लेकिन उनकी भाईचारे की भावना भी हमें प्रभावित करती है। फिल्म का अंत मज़ेदार है जब उदय और मजनू को पता चलता है कि इशिका ने उन्हें धोखा दिया था, और वे राजीव को दौड़ाते हैं। यहाँ एक आखिरी डायलॉग, उदय का, “अब तो तुझे छोड़ेंगे नहीं, चाहे दुनिया की आखिरी सड़क तक दौड़ना पड़े!”

तो दोस्तों, यह थी **वेलकम** की कहानी, जो हमें हँसी, ड्रामा, और प्यार का एक शानदार मिश्रण देती है। मूवीज़ फिलॉसफी में फिर मिलेंगे एक नई फिल्म और नई कहानी के साथ। तब तक के लिए, हँसते रहिए, प्यार बाँटते रहिए। नमस्ते!

🎥🔥Best Dialogues and Quotes

Best Dialogues from Welcome (2007) – in Hindi

  1. “गुंडा हूँ… लेकिन दिल का साफ़ हूँ!” – उदय शेट्टी (नाना पाटेकर)
    गुंडई में भी भोलेपन की मिसाल।

  2. “संस्कारी गुंडे हैं हम!” – मजनू भाई (अनिल कपूर)
    क्राइम की दुनिया में भी ‘इज्ज़त’ का लेवल।

  3. “मैं एक कलाकार हूँ, पेंटिंग करता हूँ… ये देखो हिरण भाग रहा है।” – मजनू भाई
    Legendary पेंटिंग वाला सीन!
    (हिरण हेलिकॉप्टर से टकराने जा रहा है…)

  4. “हम तो लड़कियों से बात भी नहीं करते… और आप तो बहन बना रहे हो!” – उदय भाई
    उदय की मासूम गुंडागर्दी।

  5. “अरे भाई, शादी करना गुंडों के बस की बात नहीं है।” – डॉ. घुंघरू (परेश रावल)
    जब ससुराल के सपने टूटने लगते हैं।

  6. “आप मजनू हो, मजनू भाई… रोमांस आपके खून में है!” – उदय भाई
    bromance goals

  7. “आदमी कितना भी बड़ा क्यों ना हो, उससे बड़ा उसका भाई होता है।”
    भाई के डर से उदय की छुपी हुयी सच्चाई।


Bonus Meme Dialogue:

“Control Uday… control!” – खुद को शांत करने की कोशिश करता उदय भाई
आज भी meme culture में जिंदा है।

🎭🔍 Behind-the-Scenes & Trivia

फिल्म “वेलकम” 2007 में रिलीज़ हुई और इसे अनीस बज्मी द्वारा निर्देशित किया गया था। इस कॉमेडी फिल्म ने दर्शकों का दिल जीत लिया और इसके कई डायलॉग्स आज भी लोकप्रिय हैं। शूटिंग के दौरान कई मजेदार घटनाएँ हुईं। उदाहरण के लिए, फिल्म के एक दृश्य में, नाना पाटेकर और अनिल कपूर को स्विमिंग पूल में गिरना था, लेकिन सेट पर इतनी ठंड थी कि उनका पानी में गिरने का कोई मन नहीं था। अंततः, टीम ने गर्म पानी की व्यवस्था करके इस दृश्य को शूट किया।

“वेलकम” के कई पात्रों और दृश्यों में छुपे हुए ईस्टर एग्स हैं। जैसे कि मजनू भाई के आर्टवर्क पर ध्यान दें, जिसमें उन्होंने एक गधे को घोड़े की तरह पेंट किया है। यह चित्र दर्शकों के लिए हास्य का स्रोत बना रहता है और यह फिल्म के बेतुकेपन का एक प्रतीक भी है। इसके अलावा, फिल्म के अंत में दिखाए गए बैंकॉक के दृश्य वास्तव में दुबई में शूट किए गए थे, जिससे फिल्म की लोकेशन का एक मजेदार ट्विस्ट जुड़ जाता है।

फिल्म की कहानी और पात्रों के पीछे एक गहरी मनोवैज्ञानिक परत भी है। राजीव (अक्षय कुमार) का किरदार एक ऐसे व्यक्ति का है, जो अलग-अलग परिस्थितियों में खुद को ढालने की कोशिश करता है। वहीं, मजनू भाई और उदय शेट्टी जैसे गैंगस्टर अपने परिवार के प्रति अत्यधिक प्रेम और सम्मान दिखाते हैं, जो उनकी कठोर छवि के विपरीत है। यह विरोधाभास दर्शकों को यह सोचने पर मजबूर करता है कि बाहरी छवि के परे भी एक कोमल और संवेदनशील इंसान हो सकता है।

फिल्म का निर्माण और निर्देशन कई रोचक चुनौतियों से भरा था। अनीस बज्मी ने एक इंटरव्यू में बताया कि फिल्म की कास्टिंग एक बड़ी चुनौती थी, क्योंकि उन्हें एक संतुलित टीम चाहिए थी जो एक साथ मिलकर हास्य का जादू बिखेर सके। फिर भी, उन्होंने बॉलीवुड के कई बड़े नामों को एक साथ लाकर एक बेहतरीन टीम बना ली। इस फिल्म में फिरोज खान की उपस्थिति ने भी इसे खास बनाया, क्योंकि यह उनकी अंतिम फिल्मों में से एक थी।

“वेलकम” ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया और दर्शकों के बीच जबरदस्त हिट रही। इस फिल्म ने कॉमेडी जॉनर को एक नई दिशा दी और निर्देशक अनीस बज्मी को बॉलीवुड के सबसे सफल कॉमेडी निर्देशकों में से एक बना दिया। फिल्म के गाने भी बहुत लोकप्रिय हुए, विशेष रूप से “कोलावरी डी” के रिलीज़ होने के बाद से यह गाना कई बार रीमिक्स किया गया।

इस फिल्म का प्रभाव और विरासत भी कमाल का रहा। फिल्म ने न केवल बॉक्स ऑफिस पर सफलता हासिल की, बल्कि यह भारतीय पॉप संस्कृति का हिस्सा बन गई। इसके डायलॉग्स और दृश्यों ने सोशल मीडिया पर कई मीम्स और चुटकुलों को जन्म दिया। “वेलकम” का सीक्वल भी बनाया गया, जो दर्शकों के बीच काफी पसंद किया गया। इस प्रकार, “वेलकम” ने भारतीय सिनेमा में अपने लिए एक विशेष स्थान बना लिया है।

🍿⭐ Reception & Reviews

अनीस बज़्मी द्वारा निर्देशित यह मल्टी-स्टारर कॉमेडी अक्षय कुमार, नाना पाटेकर, अनिल कपूर और कैटरीना कैफ के साथ एक गैंगस्टर परिवार और दो भाइयों की कहानी है। फिल्म को इसके अतिशयोक्तिपूर्ण हास्य, नाना पाटेकर के ‘उदय शेट्टी’ किरदार और मजेदार संवादों के लिए सराहा गया। टाइम्स ऑफ इंडिया ने इसे 3.5/5 रेटिंग दी, इसे “हंसी का तूफान” बताया। रेडिफ ने इसे “पॉपकॉर्न एंटरटेनर” कहा, लेकिन कुछ आलोचकों ने इसकी लंबाई और अतिशयोक्ति की आलोचना की। दर्शकों ने इसे इसके हास्य और मनोरंजन मूल्य के लिए पसंद किया, जिसने इसे बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर बनाया। यह कई सीक्वल्स का आधार बनी। Rotten Tomatoes: 50%, IMDb: 7.0/10, Times of India: 3.5/5।

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